Wednesday, 31 May 2017

गहरी साजिश जिसे समझना आम आदमी के बस का नही

गहरी साजिश जिसे समझना
आम आदमी के बस का नही.....
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बाहुबली ने बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए ! क्या इसको लेकर कोई शोर हुआ ? नहीं !

किसी फिल्म के सौ करोड़ पार करने मात्र से उछलकूद मचाने वाले एक हजार करोड़ का आकड़ा पहली बार पार करने पर भी चुप है ! आश्चर्य होता है, घोर आश्चर्य ! और तो और बाहुबली की ऐतिहासिक सफलता के बीच में अचानक दंगल के कलेक्शन की चर्चा की गई !

इसमें मजेदार बात यह थी की दंगल के करोड़ो का कलेक्शन चीन में दिखाया गया ! मानो चीन के खिलाड़ी आमिर खान से प्रेरित होकर अगले ओलिम्पिक में अपना पहला पदक जीतेंगे ! सब कुछ कितना हास्यासपद है !

कोई पूछ सकता है की आखिरकार ये सब क्यों और किसलिए ? क्योंकि भारत में मीडिया को पढ़ने-सुनने वालो में एक वर्ग सदा ही ऐसा होता है जो हर खबर को सच मानता है ! ये खबरे आप के मन मस्तिष्क पर गहरे तक प्रभाव डालती है और धीरे धीर आपको नियंत्रित करने लगती हैं ! ऐसी खबर निरंतर दिखाते रहने से खबर प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है !

ये दंगल की चीन में अचानक ५०० करोड़ की कमाई उसी खेल का एक छोटा सा हिस्सा है ! क्योंकि परसेप्शन की लड़ाई में वे नहीं चाहते की १००० करोड़ का आकड़ा पार करने वाली एकमात्र भारतीय फिल्म वो हो जिसमे भारत के गौरवशाली इतिहास का प्रस्तुतिकरण हो !

इसलिए दंगल को भी १००० का आकड़ा पार करवाया गया और उसकी चर्चा अधिक की गयी ! उसमे भी दंगल से अधिक आमिर का परसेप्शन बनाये रखा गया जो उनका ब्रांड एम्बेसडर बन कर आगे भी उनके काम आता रहेगा !

बाहुबली में हिन्दुस्तान की अनेक सांस्कृतिक व परम्पराओं का भव्य प्रदर्शन किया गया है , जिसे हमारा दुश्मन कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता ! वो कभी नहीं चाहेगा की देश की जनता की निगाह में कोई ऐसी फिल्म बसी रहे जो उन के आत्मविश्वास और जोश को बढ़ाये और भारत की सभ्यता की जड़े मजबूत हो !

अब तक पीके ही सबसे सफल फिल्म के शिखर पर विराजमान कर रखी गई थी अर्थात शिव को दूध पिलाने वाले की हँसी उड़ाने वाला आप के मन मष्तिष्क पर राज कर रहा था, अब उसकी जगह कोई शिव की पूजा करने वाला बाहुबली ले ले, यह उन षड्यंत्रकारी लोगों को कैसे मंजूर हो सकता है !

उनका दशकों से जमाया गया सारा खेल ही मिनटों में खत्म हो जाए वो यह कैसे बर्दास्त कर सकते हैं ! ऐसे में जब आज अब पीके को तो फिर से पिक्चर हॉल में चलाया नहीं जा सकता तो उन्होंने दंगल को चला दिया ,वो भी चीन में, क्योंकि भारत के सिनेमा घरों से दंगल को उतरे हुए भी महीनो हो गए थे ! और आननफानन में चीन में उसके ५०० करोड़ के कलेक्शन की चर्चा करा दी गई ! जिसका परिणाम ये हुआ की अब बाहुबली अकेले १००० करोड़ की फिल्म नहीं रही !

अब क्या आप चीन के बॉक्स ऑफिस में कलेक्शन गिनने जाएंगे ? नहीं ! जिस देश से कोई सामान्य खबर भी बाहर नहीं आ पाती वहाँ हमारे एक फिल्म के कलेक्शन की खबर तुरंत आ जाती है , क्या मजेदार खेल है, वाह ! वो तो इस गिरोह का बस नहीं चल रहा वरना आज ये दंगल को बाहुबली से अधिल कलेक्शन दिखा कर नंबर एक कर दें ! दो चार हजार रूपये का कलेक्शन दिखाना इनके लिए बाएं हाथ का मैल है ! अब इनकी भी मजबूरी है क्योंकि जमीनी हकीकत कुछ और बयान कर रही है और बाहुबली भारत में ही नहीं विश्व के अनेक देशों में व्यापक छाप छोड़ने में सफल हुई है ।

😢साभार Pawan Tripathi

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