Saturday 29 July 2017

सेना मे अफसरों और जवानों की कमी?

★पागलतंत्र ★
सेना मे अफसरों और जवानों की कमी कोई नई बात नही है ! 2005 मे ही मैने सुना था कि सेना मे 20 हजार अफसरों की कमी है !
                 ऐसा नही है कि भारतीय नवजवान सेना मे भर्ती होने नही जाते हैं ! हर साल CDS और SSB की परीक्षा मे हजारों युवक जाते है ग्रेजुएशन के बाद पर एक हफ्ते चलने वाले इंटरव्यु के बाद एक दो हजार मे एक दो लोग चुने जाते है ! और हजारों लोग तो लिखित परीक्षा के बाद ही गणित और अंग्रेजी कम आने के कारण छाँट दिये जाते है..?
मतलब गणित का गुणनखण्ड नही साल्व कर पाते या अंग्रेजी के प्रीपोजीशन का सही इस्तेमाल नही कर पाते तों आप कमजोर है, युद्ध नही कर सकते ?
           कहते हैं अलाउद्दीन खिलजी का सेनापति मलिक काफूर हिजडा था ! हजार दिनार मे गुलाम के रूप मे खरीदा गया हिन्दु था ! इस्लाम स्वीकार किया , सेनापति बना और पूरा दक्षिण के राज्यों को जीत कर खिलजी साम्राज्य मे मिला दिया !
             लेकिन आज वो होता तो सेना मे ही न भर्ती हो पाता ? मेडिकल मे ही फेल कर दिया जाता ? या भर्ती करने वाले अधिकारी उसका मजाक उडा के भगा देते ?
                 क्या आपको लगता है 30 युद्धों में 28 युद्ध जीतने वाला हेमु आज की सेना मे भर्ती हो पाता ? रेवाड़ी के बाजार मे नमक बेचा करता था हेमु ..? कैसे पास करता CDS की परीक्षा ??
                  सेना मे लडके अपना साहस और शौर्य प्रदर्शन की तमन्ना लेके भर्ती होने जाते है ...लेकिन गलती से भी आपने कभी पूर्व मे अपने शौर्य का प्रदर्शन किया तो आप सेना मे भर्ती नही हो सकते ...?
              आपने किसी को भले ही अपने बचाव  मे एक दो थप्पड मारा है अगर आपके खिलाफ थाने मे मुकद्दमा लिख गया हो तो आप भले ही दुनिया कि किसी सेना मे भर्ती हो जाये लेकिन भारतीय सेना मे नही जा सकते ? अब उस केस का फैसला आने मे ही चार छ साल लग जायेगा .....तब तक आप ओवर एज हो जायेंगे ..? हर साल हज़ारों लडके इसी कारण भर्ती नही हो पाते .?
              अभी एक दो साल पहले दो लडके बस मे जा रहे थे (सेना मे उनका चुनाव हो चुका था ) बस मे एक लडकी ने छेड-छाड का आरोप लगा दिया ! साथ चलने वाले सहयात्रियों ने भी टीवी पर आकर बताया कि आरोप झूठा है ...लेकिन सेना कि तरफ सबसे पहले नियुक्ति रद्द कर दी गई ..?? अब इस तरह की लालफीताशाही रहेगी तो सेना मे कैसे जवानों की संख्या बढेगी ...???
आप पंजाब,हरियाणा और यूपी के गाँवों का सर्वे कर लीजिये लगभग 60 से 70% इंटर पास लोग अपने युवा अवस्था मे (22 वर्ष की आयु के पूर्व ) सेना की भर्ती मे लेते हैं ! लेकिन 1 या 2 को छोडकर ज्यादा तर लोग अयोग्य घोषित कर दिये गये ....और उन्ही मे से कुछ लोग बाद मे पुलिस,CRPF और BSF मे भर्ती हो जाते है ...!
             गाँव के उन हट्टे- कट्टे दिखने वाले लोगों से पूछिये कि किन किन आधारों पर अयोग्य घोषित किये गये थे ..?
कुछ के कारण सुन के तो आश्चर्य मिश्रित हंसी आती है ...!? मसलन कान मे वैक्स होना ..बाल साफ न होना आदि ...!
मेरे एक परिचित को मेडिकल से ये कहते हुये डाक्टर ने ये कहते हुये फेल घोषित कर दिया था कि " तुम्हारा बाये पैर का अंगूठा सही नही है "
अब पाँच किलोमीटर की दौड और 16 फिट की छलाँग लगा कर फिजिकल टेस्ट पास करने वाला बाहर के डाक्टरों को दिखा दिखा के ये जानने के लिये परेशान था कि उसके अंगूठे मे हुआ क्या था ....??
आप भले ही 20 फीट छलांग लगाते हो लेकिन आपका जरा सा पैर लाईन पे छू गया तो आप फाउल ...और फिजिकल मे फेल ...?
क्या इजराईल मे भी ऐसा होता है ...?? अगर इजराईल मे भी इसी तरह से तमाम आलतू - फालतू आधारों पे सेना से लोगों को छाँटने तो हो गया फिर ..?
क्या अगर एक लडके के विरूद्ध मारपीट का मुकद्दमा दर्ज हो उसे सेना मे भर्ती कर लेने से सेना कमजोर हो जायेगी ?
सेना के अफसरों कि भर्ती के क्या नार्म है ये आज तक समझ मे नही आता !
गाँव मे पढने वाले अच्छे खासे बच्चे को जब तक ये पता चलता है कि NDA क्या है ...इसका फार्म कहाँ मिलता है, कैसे परीक्षा होती है .....तब तक उसकी NDA ज्वाईन करने की उम्र निकल जाती है ..!
और ग्रेजुएशन के बाद CDS की परीक्षा मे बैठता है ...तो इन्टरव्यु मे क्या देखा जाता है भगवान जाने ..!?
बस एक चीज सुनाई पडती है योग्य लडके नही मिलते ...?
सरकार ने सेना मे लोगों को आकर्षित करने के नाम पे विज्ञापन भी दिये ...सचिन व महेन्द्र सिंह धूनी को सेना का आनरेरी पद भी दिया ....लेकिन विज्ञापन मे किये गये खर्च का नतीजा क्या निकला ....??
अब तो सैन्य अफसर की भर्ती की तैयारी कराने के लिये कोचिंग भी चलाई जाने लगी है ....लडके हजारो रूपये खर्च करके कोचिंग ज्वाईन कर रहे है
लेकिन नतीजा .....???
बस वही रोना ...योग्य कैन्डीडेट नही मिल रहे है....?
अरे भाई ठीक आप भर्ती न करे लेकिन कम से कम ट्रेनिंग देके रिजर्व मे तो रख सकते है ....??
ये अफसर शाही और लालफीता शाही हटाये ....50 हजार लडके बिना तनख्वाह और पेंसन की मांग किये लडने के लिये मिल जायेंगे ....!?
कहना तो नही चाहिये लेकिन थोडा आतंकियो की भी सैन्य क्षमता का अध्ययन करिये ...वो कोई मिलिट्री स्कूल के अंग्रेजी माध्यम से पढे नही है ...लेकिन सैन्य विद्या मे किस तरह निपुण किये गये है ये भारतीय सेना अच्छी तरह जानती है ...!
तो थोडा ....विचार करिये ....
और याद रखिये ...दुनिया मे ऐसे बहुत से लोग हुये जिन्हे सेना के पहले सेना के अयोग्य घोषित कर दिया गया था ...नेपोलियन 5 फुट का ही था ...जिसे प्रारम्भ मे सेना के अयोग्य घोषित कर दिया गया था ....लेकिन बाद मे योग्य सेनापति साबित हुआ ....
और हाँ सैन्य योग्यता केवल अंग्रेजी माध्यम से पढ कर ही नही आती ....परमवीर चक्र से सम्मानित एल्बर्ट एक्का को किसी कान्वेंट स्कूल से नही चुना गया था ..!?
तो लालफीताशाही और अफसर शाही से हटाईये ! शार्ट सर्विस का दायरा बढाईये .. ! इच्छुक लोगों को सैन्य प्रशिक्षण दीजिये ..आपात काल मे वो भी लड़ सकते है ।
साभार : Kumar Pawan(वाया त्रिकालदर्शी)
Courtesy:
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1959449434337736&id=100008180959496

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