Sunday, 12 February 2017

भारतीय इतिहास का विकृतीकरण

भारतीय इतिहास का विकृतीकरण

प्रमुख विकृतियाँ

1. आर्य भारत में बाहर से आए
2. यूरोपवासी आर्यवंशी
3. भारत की सभ्यता सर्वाधिक प्राचीन नहीं
4. आदि मानव जंगली और मांसाहारी
5. वेदों का संरचनाकाल 1500-1000 ई पू. तक
6. भारत में ऐतिहासिक सामग्री का अभाव
7. भारत का पुरातन साहित्य ‘मिथ‘
8. भारत के राजवंशों के वर्णन अतिरंजित
9. यूनानियों का सेंड्रोकोट्टस ही चन्द्रगुप्त मौर्य
10. भारतीय काल-गणना अतिरंजित और अवैज्ञानिक
प्राचीन भारतीय विद्वान काल-ज्ञान से अपरिचित
11. गौतम बुद्ध का आविर्भाव 563 ई.पू. में
12. आद्य जगद्गुरु शंकराचार्य 788 ई. में अवतरित
13. अशोक ने 265 ई.पू. में शासन संभाला
14. कनिष्क का राज्यारोहण 78 ई. में
15. विक्रम सम्वत के प्रवर्तक विक्रमादित्य का कोई ऐतिहासिक व्यक्तित्व नहीं
16. सरस्वती नदी का कोई अस्तित्त्व नहीं
17. भारत कभी एक राष्ट्र के रूप में रहा ही नहीं

Copied from
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1206522586109598&substory_index=0&id=897780156983844

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.

मानव_का_आदि_देश_भारत, पुरानी_दुनिया_का_केंद्र – भारत

#आरम्भम - #मानव_का_आदि_देश_भारत - ------------------------------------------------------------------              #पुरानी_दुनिया_का_केंद्र...