Saturday, 15 April 2017

हिन्दू_वीर_यौद्धा_जाटवान_सिंह_मलिक

#हिन्दू_वीर_यौद्धा_जाटवान_सिंह_मलिक-
पूरा पढ़ने के बाद आखिरी लाइन ध्यान से पढ़ना कि हमारे लिए महान कौन है?

1191 में पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गौरी के बीच युद्ध हुआ।इस युद्ध में जाटो ने पृथ्वीराज जी का पूरा साथ दिया।गौरी हार गया पर दोबारा उसने 1192 में हमला कर दिया जिसमें जयचंद राठौड़ ने गौरी का साथ दिया और पृथ्वीराज जी हार गए।और गौरी ने फिर जयचंद को भी मार दिया।

इसके बाद गौरी ने कुतुबुद्दीन ऐबक(1206-1210)को दिल्ली का राजा बना दिया।
➡ये वही कुतुबुद्दीन है जिसने 700 #मंदिर तोड़कर मस्जिदे बनाई,जिसने 1लाख 33000 लोगो का #धर्म के नाम पर कत्ल किया,जिसने 80000 #जीवो की हत्या की।

➡जाटो को ये #अत्याचारी अधर्मी राजा सहन नही हुआ और उन्होंने हिन्दू वीर यौद्धा 💪#जाटवान मालिक के नेतृत्व में विद्रोह कर दिया।
और मूसल सैनिकों को काटना शुरू कर दिया।#रोहतक_हरियाणा में जन्मे जाटवान ने #हाँसी में मुस्लिम बादशाह के किलेदार #नसरुद्दीन को घेर लिया।और #हाँसी को इस अत्याचारी शासक से स्वतंत्र कर लिया।
तभी कुतुबुद्दीन खबर मिलते ही अपनी सेना के साथ रातों रात भागा।

हांसी पहुंचते ही जाटवान और मुस्लिम शासक के बीच घमाशान युद्ध शुरू हुआ।🏇⚔🏇
➡खुद मुस्लिम लेखक लिखते हैं कि जैसे दो पहाड़ आपस में टकरा गए हों।धरती रक्त से #लाल हो गई थी।जाट #थोड़े थे पर उन्होंने मुस्लिम बादशाह को नको चने चबवा दिए।
बाद में जाटवान ने अपने 💪20 मजबूत #सैनिकों को चुना और सीधा कतुबुद्दीन के सुरक्षा घेरे में घुस गया।
उसने तलवार से हजारों का रक्त बहा दिया और कतुबुद्दीन को हाथी से नीचे उतरकर लड़ने के लिए ललकारा।

➡पर वो #कायर उतरा नही और उसने मना कर दिया।

➡ये युद्ध #तीन_दिन और #तीन_रात चला।
आखिर कब तक दिल्ली के बादशाह की बड़ी सेना के आगे ये छोटी सी यौद्धाओं की सेना टिक पाती।
अंत में महान हिन्दू वीर चौधरी जाटवान सिंह मलिक #शहीद हो गए।

लेखक आगे लिखते है जाटवान भले ही शहीद हो गए हो पर गुलाम वंश मुस्लिम बादशाह को इतना नुकसान हुआ कि वो दहाड़े मार मार कर #रोया
और बोला कि अगर मैं इस यौद्धा से संधि करके बहला लेता तो अपने साम्राज्य का बहुत विस्तार कर सकता था।

इस तरह इस हिन्दू वीर यौद्धा ने देश और धर्म के लिए अपने प्राणों का #बलिदान दिया।ॐ🚩ॐ
पर कितने शर्म की बात है कि इस अत्याचारी कुतुबुद्दीन को #स्कूली किताबो में #महान बताया गया है

और धर्म व देश की खातिर तीन दिन तीन रात छोटी सी सेना के साथ इस गुलाम मुस्लिम बादशाह से लड़कर अपना बलिदान देने के बाद भी आज देश और हरियाणा के इतिहास में इस वीर को उचित जगह नही दी गई।

याद रखो इन बलिदानों को जिन्होंने अपना सिर कटा लिया पर कभी देश और धर्म का सिर नही झुकने दिया
               🚩🚩🚩🚩🇮🇳🚩🚩🚩🚩
           जय जाटवान।जय हिन्दुत्व।जय भारत।
                                     
   साभार भाई ✍

चौधरी जयदीप सिंह नैन
राष्ट्रीय प्रभारी,सोशल मिडिया
  #जाट_देवता_तख्त

#सचिन_राणा
मुख्य मार्गदर्शक (जाट देवताः तख्त)
#हरियाणा_प्रदेश

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.

मानव_का_आदि_देश_भारत, पुरानी_दुनिया_का_केंद्र – भारत

#आरम्भम - #मानव_का_आदि_देश_भारत - ------------------------------------------------------------------              #पुरानी_दुनिया_का_केंद्र...