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"जलेबी" भारतीय या विदेशी - 3700 - 3800 वर्ष पूर्व के पुरातात्विक प्रमाण
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कुछ सप्ताह पूर्व,चर्चा हो रही थी कि जलेबी भारतीय है या विदेशी, सदस्य चिंतित थे कि कुछ शोधकर्ता अरब से जलेबी का ज्ञान भारत में आया हुआ बताने में लगे हुये हैं, आज चूल्हे एवं तवे की तलाश मे पता लग ही गया कि जलेबी का आनंद भारत के लोग कम से कम ३७००-३८०० वर्षपूर्व से उठाते रहे हैं
जलेबी बनने का पात्र हरियाणा के रोहतक जिले में स्थित मदीना गांव की खुदाई से प्राप्त हुआ है, पुने विवि के वर्तमान कुलपति श्रीमान वी एस शिंदे के नेतृत्व मे शोधकर्ताओ ने जलेबी बनाने के इस पुरातत्विक प्रमाण को खोज लिया, मदीना हरप्पा सभ्यता के अंतिम चरण में बसा हुआ गांव था, इस खुदाई का उद्देश्य था कि हरप्पा संस्कृति के अंत एवं चित्रृत धूसर मृदभांड वाली संस्कृति के सामंजस्य को खोजा जा सके लेकिन यहां जलेबी का प्रमाण मिल गया।
साभार:
https://m.facebook.com/groups/241741922903017?view=permalink&id=268206546923221
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