क्या वाकई सनातन सिर्फ 5000 ईशा पूर्व का है आइये देखते है -
#आज मैं कोई बात सिद्ध करने के लिए वेद या पुराण का सहारा नही लूंगा आज विज्ञान को विज्ञान की ही कसौटी पे रखते है -
#दावा -
डार्विन ने अपनी पुस्तक "डिसेंट ऑव मैन" (सन् 1871) द्वारा देने की चेष्टा करते हुए बताया कि केवल वानर (विशेषकर मानवाकार) ही मनुष्य के पूर्वजों के समीप आ सकते हैं।
लगभग 15 मिलियन वर्ष पूर्व ड्रायोपिथिकस तथा रामापिथिकस नामक नर वानर विद्यमान थे। इन
लोगों के शरीर बालों से भरपूर थे तथा गोरिल्ला एवं चिपैंजी जैसे चलते थे। रामापिथिकस
अधिक मनुष्यों जैसे थे जबकि ड्रायोपिथिकस वन मानुष (ऐप) जैसे थे।
इथोपिया तथा तंजानिया में कुछ जीवाश्म (फासिल) अस्थियाँ मानवों जैसी प्राप्त
हुई हैं। ये जीवाश्म मानवी विशिष्टताएँ दर्शाते हैं जो इस विश्वास को आगे बढ़ाती हैं
कि 3-4 मिलियन
वर्ष पूर्व मानव जैसे नर वानर गण (प्राइमेट्स) पूर्वी-अप्रफीका में विचरण करते रहे थे। ये लोग
संभवतः ऊँचाई में 4 पुफट से बड़े नहीं थे किन्तु वे खड़े होकर सीधे चलते थे। लगभग 2 मिलियन वर्ष पूर्व ओस्ट्रालोपिथेसिन यही मानव इतिहास पढ़ने को मिलता है। मानव इतिहास 15 से 20 मिलियन साल पुराना है । जब मानव उत्पत्ति ही 20 मिलियन पुरानि है तो वेद उससे पुराना कैसे हो सकता है।
#खंडन- अगर मानव इतिहास सिर्फ 15 से 20 मिलियन सालो पुराना है तो उसके पहले मिली निम्न चीज़े इस्तेमाल कौन करता था
1- लंदन हैमर - 400milion yeras पुराना (आर्कियोलोजिकल एंड C -14 कार्बन डेटिंग सर्टिफाइड )
2- प्राचीन स्क्रू - 300 मिलियन ईयर पुराना
(आर्कियोलोजिकल एंड C -14 कार्बन डेटिंग सर्टिफाइड )
3- प्राचीन हेड सर्जरी - 7000 ईयर पुराना कंकाल के खोपड़ी की सर्जरी
(आर्कियोलोजिकल एंड C -14 कार्बन डेटिंग सर्टिफाइड )
बहोत से ऐसे उदहारण है जो ये बताते है कि सभ्यताएं और मनुष्य बहोत पहले 400 मिलियन सालो से भी पुरानी है ।
#निष्कर्ष- मानव इतिहास 400 मिलियन सालो से भी पुराना है और वेद भी।
सभी तथ्य वेरिफिएड है जिसको शंका है वो पुष्टि गूगल बाबा से कर सकता है।
Courtesy: अजेष्ठ त्रिपाठी, https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=266284017171344&id=100013692425716
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