Monday, 20 March 2017

Denying protection of cows leads to hell

 गो सेवा न  करना नरक देता है, Denying protection of cows leads to hell

सर्वा॒न्कामा॑न्यम॒राज्ये॑ व॒शा प्र॑द॒दुषे॑ दुहे । अथा॑हु॒र्नार॑कं लो॒कं नि॑रुन्धा॒नस्य॑
याचि॒ताम् ॥  अथर्व 12-4-36

समस्त समाज को गो धन और सेवा का अवसर प्राप्त होना चाहिए , सब को
आवश्यकतानुसार गोसेवा का अवसर ( दूध इत्यादि न मिलने से ) समाज नरक समान
बन जाता है| गौ से  यम राज के यहां भी सब इच्छा पूरी होती हैं, परन्तु  गौ की  सेवा न
करने से नरक से छुटकारा नहीं मिलता।

Not making provision for good cowsfor every one &  denying cow
products to the needy, turns the society in to a living hell.

Artificial Insemenation is not desirable  क्रित्रिम गर्भाधान गौ को बांझ बनाता है
 गौ को वृषभ आवश्यक है, Cows denied bulls for mating are angry cows

प्र॑वी॒यमा॑ना चरति क्रु॒द्धा गोप॑तये व॒शा । वे॒हतं॑ मा॒ मन्य॑मानो मृ॒त्योः पाशे॑षु
बध्यताम् ॥  अथर्व 12-4-37

गौ को वृषभ का सहवास न  मिलने  पर गौ क्रोधित और बांझ होने  लगती  हैं।
(क्रित्रिम गर्भाधान में गौ बांझ होने लगती हैं )

Denial of breeding to good cows makes them angree and infertile
and curse the keepers to Death. (Modern practice of
artificial insemination is known to cause infertility. This is a
challenge for modern Dairy Practice.)

साभार: https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=10211851741506145&id=1148666046

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